Heatstroke: बढ़ रहे हैं हीट स्ट्रोक के मरीज… जानिए हीट स्ट्रोक के लक्षण और बचने के घरेलू उपाय 2024

Heatstroke लू (हीट स्ट्रोक) गर्मी से हर कोई बेहाल है। देश के कई राज्यों में गर्म हवा ने लोगों का जीना मुश्किल कर दिया है। गर्मी के मौसम में हीट-स्ट्रोक या हीट स्ट्रोक का खतरा बना रहता है। हीट-स्ट्रोक या हीट स्ट्रोक क्या है, इसके कारण, लक्षण और उपाय क्या हैं, हम लेख में जानेंगे।

Heatstroke

देश के कई राज्यों में अभी भी गर्मी से हर कोई बेहाल है। लू ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है और एसी-कूलर भी फेल हो गए हैं। देश के कई इलाकों में पारा 45 डिग्री तक पहुंच गया है। दिल्ली समेत कई राज्यों के अस्पतालों में हीट स्ट्रोक के मरीजों की संख्या बढ़ गई है। दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल के डॉ. रितेश गुप्ता के अनुसार, “हीट स्ट्रोक तब होता है जब शरीर अपने बढ़ते तापमान को नियंत्रित नहीं कर पाता है और शरीर को ठंडा रखने में मदद करने वाला पसीना निकालने वाला तंत्र भी काम करना बंद कर देता है। ऐसे में खास सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है। जानिए हीट-स्ट्रोक क्या है, इसके लक्षण क्या हैं और इसके घरेलू उपाय क्या हैं।

हीट स्ट्रोक क्या है? Heatstroke

हीट स्ट्रोक को आम भाषा में ‘हीट स्ट्रोक’ कहते हैं। ऐसा तब होता है जब आपका शरीर अपने तापमान को नियंत्रित नहीं कर पाता। हीट-स्ट्रोक होने पर शरीर का तापमान तेजी से बढ़ता है और कम नहीं होता। जब कोई व्यक्ति हीट स्ट्रोक से पीड़ित होता है, तो शरीर का पसीना निकालने वाला तंत्र भी काम करना बंद कर देता है और व्यक्ति को बिल्कुल भी पसीना नहीं आता।

हीट स्ट्रोक होने के 10 से 15 मिनट के अंदर शरीर का तापमान 106°F या इससे भी ज्यादा हो सकता है। अगर समय रहते इसका इलाज न किया जाए, तो इंसान की मौत या ऑर्गन फेलियर भी हो सकता है।

हीटस्ट्रोक को समझना: लक्षण और रोकथाम Heatstroke

जैसे-जैसे तापमान बढ़ता है, हीटस्ट्रोक के मामले भी बढ़ते जाते हैं। हीटस्ट्रोक एक गंभीर हीट इलनेस है जो तब होती है जब शरीर अधिक गर्म हो जाता है, आमतौर पर उच्च तापमान के कारण लंबे समय तक रहने या गर्म मौसम में शारीरिक परिश्रम के कारण। अगर समय पर इलाज नहीं किया गया तो यह जानलेवा हो सकता है। यहां आपको हीटस्ट्रोक के लक्षणों को पहचानने और इसे रोकने के घरेलू उपायों के बारे में जानना आवश्यक है।

हीटस्ट्रोक (Heatstroke) के लक्षण

  1. उच्च शरीर का तापमान: 104°F (40°C) या इससे अधिक का कोर बॉडी तापमान हीटस्ट्रोक का मुख्य लक्षण है।
  2. मानसिक स्थिति या व्यवहार में परिवर्तन: भ्रम, उत्तेजना, अस्पष्ट भाषण, चिड़चिड़ापन, भ्रम, दौरे, और कोमा हीटस्ट्रोक के कारण हो सकते हैं।
  3. पसीने में परिवर्तन: गर्म मौसम के कारण होने वाले हीटस्ट्रोक में, त्वचा गर्म और सूखी महसूस होगी। जोरदार व्यायाम के कारण होने वाले हीटस्ट्रोक में, त्वचा गीली महसूस हो सकती है।
  4. मतली और उल्टी: आपको पेट खराब या उल्टी हो सकती है।
  5. लाल त्वचा: आपके शरीर के तापमान बढ़ने पर आपकी त्वचा लाल हो सकती है।
  6. तेजी से सांस लेना: आपकी सांसें तेज और उथली हो सकती हैं।
  7. तेज हृदय गति: हीट स्ट्रेस आपके दिल पर अत्यधिक बोझ डालता है, जिससे आपकी नाड़ी काफी बढ़ सकती है।
  8. सिरदर्द: आपको धड़कता हुआ सिरदर्द हो सकता है।

हीटस्ट्रोक (Heatstroke) को रोकने के घरेलू उपाय

  1. हाइड्रेटेड रहें: दिन भर में पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं। कैफीन या शराब युक्त पेय पदार्थों से बचें, क्योंकि ये निर्जलीकरण का कारण बन सकते हैं।
  2. उचित कपड़े पहनें: हल्के, हल्के रंग के, और ढीले-ढाले कपड़े पहनें। चौड़ी किनारी वाली टोपी छाया प्रदान कर सकती है और आपको ठंडा रखने में मदद कर सकती है।
  3. सूर्य के संपर्क से बचें: दिन के सबसे गर्म समय, आमतौर पर सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे के बीच घर के अंदर रहें। यदि आपको बाहर रहना पड़े, तो छाया में अक्सर आराम करें।
  4. सन्स्क्रीन का उपयोग करें: कम से कम 30 एसपीएफ वाली ब्रॉड-स्पेक्ट्रम सन्स्क्रीन लगाएं। सनबर्न आपकी शरीर की ठंडा होने की क्षमता को प्रभावित करता है और आपको निर्जलित कर सकता है।
  5. ठंडे शावर या स्नान लें: नियमित ठंडे शावर या स्नान आपके शरीर के तापमान को नियंत्रित करने में मदद कर सकते हैं।
  6. पंखे या एयर कंडीशनिंग का उपयोग करें: यदि आपके पास एयर कंडीशनिंग नहीं है, तो कुछ घंटों के लिए शॉपिंग मॉल या सार्वजनिक पुस्तकालय में जाएं। केवल पंखे अत्यधिक उच्च तापमान के समय हीट-संबंधित बीमारी को रोकने में सक्षम नहीं हो सकते।
  7. भारी भोजन से बचें: बड़े भोजन आपके शरीर की गर्मी उत्पादन को बढ़ा सकते हैं। दिन भर में छोटे, हल्के भोजन करें।
  8. शारीरिक गतिविधि को सीमित करें: यदि आपको व्यायाम करना है, तो इसे दिन के ठंडे समय के दौरान करें। छायादार या ठंडे स्थान पर अक्सर आराम करें।

हीटस्ट्रोक का संदेह होने पर त्वरित कार्यवाही

यदि आपको संदेह है कि किसी को हीटस्ट्रोक हो गया है:

  1. आपातकालीन सेवाओं को कॉल करें: हीटस्ट्रोक एक चिकित्सा आपात स्थिति है। प्रभावित व्यक्ति को जितनी जल्दी हो सके अस्पताल पहुंचाएं।
  2. व्यक्ति को ठंडा करें: उन्हें ठंडे स्थान पर ले जाएं और उपलब्ध किसी भी साधन से उनके शरीर के तापमान को कम करने का प्रयास करें — उन्हें ठंडे स्नान में डुबोएं, बगीचे की नली से पानी छिड़कें, ठंडे पानी से स्पंज करें, ठंडे पानी से फैन करें, या उनके सिर, गर्दन, बगल, और कमर पर बर्फ के पैक लगाएं।

लक्षणों को पहचानना और रोकथाम के उपायों को जानना आपको अत्यधिक गर्मी की स्थितियों में सुरक्षित रहने में मदद कर सकता है। हमेशा हीट चेतावनियों को गंभीरता से लें और हीटस्ट्रोक और अन्य हीट-संबंधित बीमारियों को रोकने के लिए एक-दूसरे का ख्याल रखें।

THANKS FOR VISITING! STAY CONNECTED.

Follow our Whatsapp channelClick Here
Follow our Facebook PageClick Here
Follow our Instagram channelClick Here

Prabhat Time

By Nitesh Saxena

Also Read Our Last Post Click Here

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top
जाने कितने फायदे है बैंक की नौकरी मै ? एक दमकती रंगत के लिए सरल घरेलू उपचार लोग महंगे iPhone क्यों खरीदते हैं, इसके पीछे कई कारण हैं: Drub Rathi की प्रेरणादायक यात्रा