मुख्यमंत्री ने बाढ़ प्रभावित को दी सामग्री किया बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा 2024

मुख्यमंत्री ने बाढ़ प्रभावित को दी सामग्री बुधवार को बाढ़ प्रभावित पीलीभीत जिले का दौरा किया। सबसे पहले शहर का हवाई सर्वेक्षण किया। इसके बाद वह हेलीकॉप्टर से पूरनपुर के चंदिया हजारा क्षेत्र में पहुंचे। यहां से बाढ़ प्रभावित लोगों से मुलाकात की और राहत सामग्री बाटी।

मुख्यमंत्री योगी ने पीड़ितों को बांटी राहत सामग्री
शहर का हवाई सर्वेक्षण किया CM Yogi

बाढ़ की चपेट में आए पीलीभीत जिले के हालात को परखने के लिए बुधवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पूरनपुर के चंदिया हजारा में पहुंचे। यहां पहुंचने से पहले मुख्यमंत्री ने शहर का भी हवाई सर्वेक्षण किया। खकरा और देवहा नदियों की बाढ़ से प्रभावित इलाके के ऊपर सीएम का हेलीकाप्टर काफी देर तक घूमता रहा। इसके बाद पूरनपुर के अभयपुर गांव में बने हेलीपैड पर मुख्यमंत्री का हेलीकाप्टर उतारा। जनप्रतिनिधियों से मिलने के बाद वह बाढ़ग्रस्त गांवों के दौरे पर रवाना हो गए।

मुख्यमंत्री योगी ने पीड़ितों को बांटी राहत सामग्री
मुख्यमंत्री ने बाढ़ प्रभावित को दी सामग्री

मुख्यमंत्री ने बाढ़ प्रभावित को दी सामग्री

मुख्यमंत्री ने चंदिया हजारा में बाढ़ राहत शिविर में पीड़ितों से हाल जाना। उन्होंने प्रभावित लोगों को राहत सामग्री वितरित की। इस मौके पर केंद्रीय राज्यमंत्री जितिन प्रसाद, जलशक्ति मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह, प्रभारी बलदेव सिंह औलख, राज्यमंत्री संजय गंगवार समेत जनप्रतिनिधि मौजूद रहे। बाढ़ प्रभावितों से मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री ने जनप्रतिनिधियों और अफसरों के साथ बैठक भी की। मुख्यमंत्री ने अफसरों से जिले की स्थिति जानी। बाढ़ से निपटने के लिए दिशा-निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने बाढ़ प्रभावित को दी सामग्री

मुख्यमंत्री ने बाढ़ प्रभावित को दी सामग्री
सीएम योगी ने पीड़ितों का बांटी राहत सामग्री – फोटो : अमर उजाला मुख्यमंत्री ने बाढ़ प्रभावित को दी सामग्री

जिले के 30 गांवों में बाढ़ का पानी 
शारदा नदी के उफनाने से रविवार रात को नदी किनारे के 30 गांवों में जलभराव हो गया था। हालांकि सोमवार दोपहर बाद से बनबसा बैराज से नदी में पानी पास होने की मात्रा कम होने से नदी का जलस्तर कम होना शुरू हो गया, मगर अधिकांश गांवों में मंगलवार को भी घरों, सड़कों पर जलभराव बना रहा। निचले स्थानों के घरों में तीन से चार फुट तो सड़कों पर दो से ढाई फुट पानी भरा रहा। मुख्यमंत्री ने बाढ़ प्रभावित को दी सामग्री

गांव चंदिया हजारा, राहुलनगर मजदूर बस्ती, कॉलोनी नंबर छह, शारदा नदी पार के गांव सिद्धनगर, बैल्हा, टाटरगंज, टिल्ला नंबर चार सहित अन्य गांवों में जलभराव को लेकर लोग घरों की छतों और ऊंचे स्थानों पर शरण लिए रहे। हालांकि गांव चंदिया हजारा और आसपास गांवों के कुछ लोगों ने हरीपुर जंगल में ऊंचे स्थानों पर भी शरण ली। इधर, शहर में देवहा और खकरा नदियों की बाढ़ से परेशानियां बढ़ी हैं। मंगलवार रात को बीसलपुर में बाढ़ से हालात बिगड़ गए। नगर के कई मोहल्ले जलमग्न हो गए।  मुख्यमंत्री योगी ने पीड़ितों को बांटी राहत सामग्री

एनडीआरएफ ने 91 लोगों को रेस्क्यू कर निकाला
एसडीएम राजेश कुमार शुक्ला ने बताया कि एनडीआरएफ की टीम ने बाढ़ में फंसे 38 पुरुषों, 27 महिलाओं, 24 बच्चों और दो गर्भवती महिलाओं को निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया। मुख्यमंत्री योगी ने पीड़ितों को बांटी राहत सामग्री

souce Amar Ujala

पीलीभीत का इतिहास मुख्यमंत्री योगी ने पीड़ितों को बांटी राहत सामग्री

Pilibhit is a city and a municipal board in Pilibhit district in the northern Indian state of Uttar Pradesh. Pilibhit is the north-easternmost district of Bareilly division, situated in the Rohilkhand region of the sub-Himalayan Plateau belt next to foothills of Sivalik Range on the boundary of Nepal, known for the origin of river Gomati and one of the most forest-rich areas in North India. Pilibhit was also known as Bansuri Nagari – the land of flutes, for making and exporting roughly 95% of India’s flutes.[2]

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According to a report issued by the Government of India, Pilibhit is one of the Minority Concentrated Areas in India based on the 2001 census data on population, socio-economic indicators, and basic amenities indicators.[3] Though separated only by a short distance from the outer ranges of the Himalayas, Pilibhit consists entirely of a level plain, containing depressions but no hills and is intersected by several streams.[4] Pilibhit is one of the forest-rich areas of Uttar Pradesh. The almost 54 km-long Indo-Nepal international border makes Pilibhit a highly sensitive for security purposes.[5] According to an estimate by the Government of India, Pilibhit has 45.23% of its population living under the poverty line.[6] Increasing population and unemployment is a cause of worry in the area, and many non-governmental organizations (NGOs) and government-run organizations have initiated projects to provide employment, but human resources are yet to be exploited in full. The city came third-bottom in terms of hygiene and sanitation in a Government ranking list of 423 towns and cities in India.[7]

Pilibhit was in the news at the national level because of a man-killer sub-adult tiger, which had caused fear in the whole area in and around the forest. By August 2010, the cat had killed and partially eaten eight people.[8] 

History

Pilibhit forests area are a home for the striped cats, tiger, bear, and many species of birds. A proposal, created in 2005, to make a home for the endangered cats in Pilibhit forests was sent to the government of India in April 2008.[9] was declared in September 2008 based on its special type of ecosystem with vast open spaces and sufficient feed for the elegant predators.[10]

It is believed by locals that Pilibhit was ruled by an ancient king named Mayurdhwaj or Moredhwaj or King Venu, a great devotee of lord Krishna and a loyal friend of Arjun. King Venu’s name and the geography of his kingdom can be traced in the Hindu epic Mahabharat.[11]

Jamia Mosque in the 1780s

The city Pilibhit was an administrative unit in the Mughal era under Bareilly suba. For security, the Mughal subedar Ali Mohammed Khan constructed four magnificent gates around the administrative building in 1734  AD. These gates were named Barellwi Darwaza at the west, Hussaini Darwaza at the east, Jahanabadi Darwaza at the north and Dakhini Darwaza at the south. Because of a lack of proper maintenance, all the gates have been lost; only their ruins remain. He also constructed a Jama Masjid in Pilibhit.[12] मुख्यमंत्री योगी ने पीड़ितों को बांटी राहत सामग्री

The last king of the Shah dynasty of DotiNepal, Prithvipati Shah, was sheltered in Pilibhit by the ruler of Rampur State Faizullah Khan in 1789 AD, after being attacked by the Gorkha Kingdom of Nepal.[13]

The freedom fighter Maulana Inayatullah, from Pilibhit, voluntarily hosted the exiled Queen of AvadhBegum Hazrat Mahal, who reached Nepal in late 1859.[14][15]

Transportation

Pilibhit Junction railway station

Pilibhit Junction railway station is well connected with Bareilly Tanakpur Shahjahanpur Mathura . It is not connected with many cities of india like Agra Kanpur Varanasi Prayagraj Mumbai Ujjain Indore Kota Jaipur Ajmer Surat Aligarh Rampur Gorakhpur Jhansi Haridwar Kathgodam Dehradun Etc.


Pilibhit UPSRTC Bus Depot

Pilibhit UPSRTC Buses well connected with Bareilly Tanakpur Delhi Shahjahanpur. Pilibhit UPSRTC buses is not well connected with Rudrpur Dehradun Lucknow Lakhimpur Aligarh

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Prabhat Time

By Nitesh Saxena

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